भारत में कई ऐसे मंदिर है, जो कई चमत्कार और रहस्यों से भरे हुए हैं।
साथ ही इन मंदिरों से जुड़ी कई प्राचीन कहानियां भी इन मंदिरों से लोगों
की आस्था को और भी मजबूत करते हैं। यहां श्रद्धालुओं की भीड़ दिनों-
दिन बढ़ती ही जा रही है।
झारखंड के रामगढ़ जिले में भी एक ऐसा ही रहस्मयी शिवमंदिर है,
जिसके बारें में जानने के बाद हर श्रद्धालु इस मंदिर में एक बार जरूर जाना
चाहता है और भगवान के दर्शन की इच्छा रखता है। यूं तो भगवान शिव
को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं लेकिन यहां आज भी भगवान
के चमत्कार लोगों को साफ नजर आते हैं।
पुराने समय में जब इस मंदिर की जानकारी अग्रेजों को हुई और उन्होंने
यहां होने वाले चमत्कार को अपनी आंखों से देखा तो उनकी आंखे फटी की
फटी रह गई थी।
ऐसे में भगवान के प्रति लोगों की आस्था और मजबूत हो जाती है। यही
वजह है कि इस मंदिर की कहानी दूर-दूर तक प्रचलित हो गई है और दिनों-
दिन इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है।
रामगढ़ में स्थित इस शिवमंदिर को प्राचीन मंदिर टूटी झरना के नाम से
जानते हैं। मंदिर में मौजूद शिवलिंग पर अपने-आप 24 घंटे जलाभिषेक
होता रहता है। खास बात तो यह है कि यह जलाभिषेक कोई और नहीं
बल्कि खुद मां गंगा अपनी हथेलियों से करती हैं।
दरअसल शिवलिंग के ऊपर मां गंगा की एक प्रतिमा स्थापित है जिनके नाभि से अपने-आप पानी की धारा उनकी हथेलियों से होता हुआ शिवलिंग पर गिरता है। यह आज भी रहस्य बना हुआ है कि आखिर इस पानी का स्त्रोत कहां है?
यहां शिवलिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं बल्कि मां गंगा की प्रतिमा खुद करती रहतीं हैं। माना जाता है कि इस जलाभिषेक की जानकारी पुराणों में भी मिलता है। प्राचीन मंदिर टूटी झरना को लेकर एक पौराणिक कथा प्रचलित है। माना जाता है कि बहुत साल पहले यहां रेलवे लाइन बिछाने के दौरान इस मंदिर के बारे में लोगों को जानकारी मिली थी।
पानी के लिए यहां खुदाई के दौरान जमीन के अंदर कुछ चीज दिखाई पड़ी। खुदाई के वक्त यहां अंग्रेज भी मौजूद थे। जब पूरी खुदाई की गई तो जमीन के अंदर शिवलिंग नजर आया, साथ ही मां गंगा की एक प्रतिमा भी मिली। अपने आप शिवलिंग पर गिर रहे जल को देख एक बार अंग्रेज भी आश्चर्यचकित हो गए थे।
मां गंगा की प्रतिमा की खास बात यह है कि उनकी नाभी से अपने आप जल निकलता रहता है, जो उनके दोनों हाथों से होता हुआ शिवलिंग पर गिरता रहता है। यह पानी कहां से आ रहा है यह आज भी रहस्य बना हुआ है। इस मंदिर में शिवलिंग के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं और भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं।
यहां लगाये गए दो हैंडपंप भी रहस्यों से घिरे हुए हैं। यहां लोगों को पानी के लिए हैंडपंप चलाने की जरूरत नहीं पड़ती है बल्कि इसमें से अपने-आप हमेशा पानी नीचे गिरता रहता है। वहीं मंदिर के पास से ही एक नदी गुजरती है जो सूखी हुई है लेकिन भीषण गर्मी में भी इन हैंडपंप से पानी लगातार निकलता रहता है।