Friday, February 15, 2013


भारतीय के गौरवशाली गणितज्ञ


ईसा पूर्व
याज्ञवल्क्य, शतपथ ब्राह्मण के एक ऋषि और ज्योतिषविद्
लगध – वेदाङ्ग ज्योतिष के रचयिता। 1350 ई पू
बौधायन, शुल्ब सूत्र 800 ई. पू
मानव, शुल्ब सूत्र 750 ई पू
आपस्तम्ब, शुल्ब सूत्र 700 ई पू
अक्षपाद गोतम, न्याय सूत्र 550 ई पू
कात्यायन, शुल्ब सूत्र 400 ई पू
पाणिनि, 400 ई पू, अष्टाध्यायी
पिङ्गल, 400 ई पू छन्दशास्त्र
भरत मुनि, 400 ई पू, अलङ्कार शास्त्र, सङ्गीत
ईस्वी सन् 1-1000
आर्यभट – 476-550, ज्योतिष
यातिवृषभ (लगभग 500-570) – दूरी तथा समय मापने की इकाइयों की समीक्षा
वराहमिहिर, ज्योतिष
भास्कर प्रथम, 620, ज्योतिष
ब्रह्मगुप्त – ज्योतिष
मतङ्ग मुनि – सङ्गीत
विरहङ्क (750) -
श्रीधराचार्य 750
लल्ल, 720-790, ज्योतिष
गोविन्दस्वामिन् (850)
वीरसेन
महावीर (850)
जयदेव (850)
पृथूदक, 850
हलायुध, 850
आर्यभट २, 920-1000, ज्योतिष
वटेश्वर (930)
मञ्जुल, 930
ईस्वी सन् 1000-1800
ब्रह्मदेव, 1060-1130
श्रीपति, 1019-1066
गोपाल -
हेमचन्द्र -
भास्कर द्वितीय – ज्योतिष
गङ्गेश उपाध्याय, 1250, नव्य न्याय
पक्षधर, नव्य न्याय
शंकर मिश्र, नव्य न्याय
माधव – ज्योतिष
परमेश्वर (1360-1455), ज्योतिष
नीलकण्ठ सोमयाजि,1444-15 45 – ज्योतिष
महेन्द्र सूरी (1450)
शङ्कर वारियर (c. 1530)
वासुदेव सर्वभौम, 1450-1525, नव्य न्याय
रघुनाथ शिरोमणि, (1475-1550), नव्य न्याय
ज्येष्ठदेव , 1500-1610, ज्योतिष
अच्युत पिशराटि, 1550-1621,
मथुरानाथ तर्कवागीश, c. 1575, नव्य न्याय
जगदीश तर्कालङ्कार, c. 1625, नव्य न्याय
गदाधर भट्टाचार्य, c. 1650, नव्य न्याय
मुनीश्वर (1650)
कमलाकर (1657)
जगन्नाथ सम्राट (1730)
ईस्वी सन् 19वीं सदी
श्रीनिवास रामानुजन् (1887-1920)
ए ए कृष्णस्वामी अयङ्गार (1892-1953)
प्रशान्त चन्द्र महालनोबिस (1893-1972
सत्येन्द्र नाथ बसु (1894-1974)
सञ्जीव शाह (1803- 1896)
रघुनाथ पुरुषोत्तम परञ्जपे
ईस्वी सन् 20वीं सदी
राज चन्द्र बसु (1901-1987)
सर्वदमन चावला (1907-1995)
सुब्रह्मण्यन् चन्द्रशेखर (1910-1995)
हरीश चन्द्र (1923-1983)
कलियमपुडि राधाकृष्ण राव (1920-)
श्रीराम शंकर अभयङ्कर (1930-)
वशिष्ठ नारायण सिंह
डा.सुरेश चन्द्र मिश्रा (1950-)
डा.रामेन्द्र सिंह भदौरिया (1957-)
मञ्जुल भार्गव (1975 – )
आनन्द किशोर (1991 – )
भारतीय गणित ग्रन्थ
ग्रंथ — रचनाकार
वेदांग ज्योतिष — लगध
बौधायन शुल्बसूत्र — बौधायन
मानव शुल्बसूत्र — मानव
आपस्तम्ब शुल्बसूत्र — आपस्तम्ब
सूर्यप्रज्ञप्ति –
चन्द्रप्रज्ञप्त ि –
स्थानांग सूत्र –
भगवती सूत्र –
अनुयोगद्वार सूत्र
बख्शाली पाण्डुलिपि
छन्दशास्त्र — पिंगल
लोकविभाग — सर्वनन्दी
आर्यभटीय — आर्यभट प्रथम
आर्यभट्ट सिद्धांत — आर्यभट प्रथम
दशगीतिका — आर्यभट प्रथम
पंचसिद्धान्तिका — वाराहमिहिर
महाभास्करीय — भास्कर प्रथम
आर्यभटीय भाष्य — भास्कर प्रथम
लघुभास्करीय — भास्कर प्रथम
लघुभास्करीयविवर ण — शंकरनारायण
यवनजातक — स्फुजिध्वज
ब्राह्मस्फुटसिद ्धान्त — ब्रह्मगुप्त
करणपद्धति — पुदुमन सोम्याजिन्
करणतिलक — विजय नन्दी
गणिततिलक — श्रीपति
सिद्धान्तशेखर — श्रीपति
ध्रुवमानस — श्रीपति
महासिद्धान्त — आर्यभट द्वितीय
अज्ञात रचना — जयदेव (गणितज्ञ) , उदयदिवाकर की सुन्दरी नामक टीका में इनकी विधि का उल्लेख है।
पौलिसा सिद्धान्त –
पितामह सिद्धान्त –
रोमक सिद्धान्त –
सिद्धान्त शिरोमणि — भास्कर द्वितीय
ग्रहगणित — भास्कर द्वितीय
करणकौतूहल — भास्कर द्वितीय
बीजपल्लवम् — कृष्ण दैवज्ञ — भास्कराचार्य के’बीजगणित’की टीका
बुद्धिविलासिनी — गणेश दैवज्ञ — भास्कराचार्य के’लीलावती’की टीका
गणितसारसंग्रह — महावीराचार्य
सारसंग्रह गणितमु (तेलुगु) — पावुलूरी मल्लन (गणितसारसंग्रह का अनुवाद)
वासनाभाष्य — पृथूदक स्वामी — ब्राह्मस्फुटसिद ्धान्त का भाष्य (८६४ ई)
पाटीगणित — श्रीधराचार्य
पाटीगणितसार या त्रिशतिका — श्रीधराचार्य
गणितपञ्चविंशिका — श्रीधराचार्य
गणितसार — श्रीधराचार्य
नवशतिका — श्रीधराचार्य
क्षेत्रसमास — जयशेखर सूरि (भूगोल/ ज्यामिति विषयक जैन ग्रन्थ)
सद्रत्नमाला — शंकर वर्मन ; पहले रचित अनेकानेक गणित-ग्रन्थों का सार
सूर्य सिद्धान्त — रचनाकार अज्ञात ; वाराहमिहिर ने इस ग्रन्थ का उल्लेख किया है।
तन्त्रसंग्रह — नीलकण्ठ सोमयाजिन्
वशिष्ठ सिद्धान्त –
वेण्वारोह — संगमग्राम के माधव
युक्तिभाषा या’गणितन्यायसंग्र ह’(मलयालम भाषा में) — ज्येष्ठदेव
गणितयुक्तिभाषा (संस्कृत में) — रचनाकार अज्ञात
युक्तिदीपिका — शंकर वारियर
लघुविवृति — शंकर वारियर
क्रियाक्रमकरी (लीलावती की टीका) — शंकर वारियर और नारायण पण्डित ने सम्मिलित रूप से रची है।
भटदीपिका — परमेश्वर (गणितज्ञ) — आर्यभटीय की टीका
कर्मदीपिका — परमेश्वर — महाभास्करीय की टीका
परमेश्वरी — परमेश्वर — लघुभास्करीय की टिका
विवरण — परमेश्वर — सूर्यसिद्धान्त और लीलावती की टीका
दिग्गणित — परमेश्वर — दृक-पद्धति का वर्णन (१४३१ में रचित)
गोलदीपिका — परमेश्वर — गोलीय ज्यामिति एवं खगोल (१४४३ में रचित)
वाक्यकरण — परमेश्वर — अनेकों खगोलीय सारणियों के परिकलन की विधियाँ दी गयी हैं।
गणितकौमुदी — नारायण पंडित
तगिकानि कान्ति — नीलकान्त
यंत्रचिंतामणि — कृपाराम
मुहर्ततत्व — कृपाराम
भारतीय ज्योतिष (मराठी में) — शंकर बालकृष्ण दीक्षित
दीर्घवृत्तलक्षण — सुधाकर द्विवेदी
गोलीय रेखागणित — सुधाकर द्विवेदी
समीकरण मीमांसा — सुधाकर द्विवेदी
चलन कलन — सुधाकर द्विवेदी
वैदिक गणित — स्वामी भारती कृष्ण तीर्थ
सिद्धान्ततत्ववि वेक — कमलाकर
रेखागणित — जगन्नाथ सम्राट
सिद्धान्तसारकौस ्तुभ — जगन्नाथ सम्राट
सिद्धान्तसम्राट — जगन्नाथ सम्राट
करणकौस्तुभ — कृष्ण दैवज्ञ
आर्यावर्त भरतखण्ड संस्कृति

No comments:

Post a Comment